
Top 10 RICHEST CRICKET BOARDS IN THE WORLD- अभी के समय में क्रिकेट एक खेल नहीं, बल्कि यह विश्व स्तर पर एक विशाल कारोबारी मॉडल बन चुका है। खासकर एशियाई देशों में इसकी फैन फॉलोइंग ने इसे अरबों की अर्थव्यवस्था में बदल दिया है। हर क्रिकेट बोर्ड आज मीडिया राइट्स, लीग टूर्नामेंट्स और कॉर्पोरेट प्रायोजकों के दम पर भारी भरकम मुनाफा कमा रहा है। इस रिपोर्ट में हम नजर डालेंगे उन टॉप 10 क्रिकेट बोर्ड्स पर, जो दुनिया में सबसे ज्यादा आर्थिक रूप से संपन्न माने जाते हैं।
Top 10 RICHEST CRICKET BOARDS (2025)
1. बीसीसीआई (BCCI) – ₹18,760 करोड़
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी BCCI न केवल एशिया बल्कि दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है। IPL जैसी हाई-प्रोफाइल लीग, मेगा ब्रॉडकास्टिंग डील्स और भारी-भरकम स्पॉन्सरशिप डील्स के दम पर BCCI की कमाई किसी भी अन्य बोर्ड से कई गुना ज़्यादा है।
2. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (Cricket Australia) – ₹658 करोड़
ऑस्ट्रेलिया भले ही आबादी में छोटा देश हो, लेकिन क्रिकेट की परंपरा और कमर्शियल ताकत के मामले में यह दूसरे स्थान पर है। बिग बैश लीग (BBL) और इंटरनेशनल सीरीज़ क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की आय के मुख्य स्रोत हैं।
3. इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) – ₹492 करोड़
ECB, जो इंग्लैंड और वेल्स का प्रतिनिधित्व करता है, “The Hundred” और इंग्लैंड की टेस्ट टीम के माध्यम से मजबूत राजस्व बनाता है। स्काई स्पोर्ट्स जैसे ब्रॉडकास्टिंग पार्टनर्स इसके रेवेन्यू को बड़ा आधार देते हैं।
4. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) – ₹458 करोड़
पीएसएल (Pakistan Super League) के ज़रिए PCB ने हाल के वर्षों में अपनी आर्थिक स्थिति को काफी मजबूत किया है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मैचों की राइट्स से भी बड़ी कमाई होती है।
5. बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) – ₹425 करोड़
बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) और लगातार इंटरनेशनल सीरीज़ की मेज़बानी से BCB की इनकम में इज़ाफा हुआ है। BCB अब एशिया के मजबूत बोर्ड्स में शामिल हो चुका है।
6. क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) – ₹392 करोड़
साउथ अफ्रीका की लीग SA20 और अंतरराष्ट्रीय मैचों की ब्रॉडकास्टिंग से CSA को अच्छा मुनाफा होता है, हालाँकि वित्तीय अस्थिरता ने इसे पीछे किया है।
7. जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड (ZCB) – ₹317 करोड़
जिम्बाब्वे ने सीमित संसाधनों के बावजूद हाल के वर्षों में आर्थिक मजबूती हासिल की है। ICC की फंडिंग और घरेलू लीग से इसकी आय में सुधार आया है।
8. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (SLC) – ₹166 करोड़
SLC अपनी इंटरनेशनल टीम और लीग्स से सीमित लेकिन स्थिर इनकम जनरेट करता है। श्रीलंका क्रिकेट ने हाल ही में मीडिया डील्स से राजस्व में वृद्धि की है।
9. वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (WI) – ₹125 करोड़
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम एक समय में क्रिकेट के बादशाह थे। लेकिन जैसे जैसे समय बदलता गया वैसे भी वेस्टइंडीज क्रिकेट में नाकामी देखने को मिला है। अभी के समय में वेस्टइंडीज क्रिकेट का आय का मुख्य सोर्स CPL जैसे टूर्नामेंट पर ही निर्भर है।
10. न्यूज़ीलैंड क्रिकेट बोर्ड (NZC) – ₹75 करोड़
न्यूज़ीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने भले ही अपनी टीम के बेहतरीन प्रदर्शन से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई हो, लेकिन राजस्व के मामले में यह अब भी पीछे है। देश का छोटा फैनबेस, सीमित कॉर्पोरेट निवेश और कम ब्रॉडकास्टिंग सौदे NZC की आमदनी को सीमित कर देते हैं, जिससे वह बड़े क्रिकेट बोर्ड्स की कतार में सबसे नीचे नजर आता है।
BCCI जहां ग्लोबल क्रिकेट मार्केट पर दबदबा बनाए हुए है और सबसे ज्यादा मुनाफा कमा रहा है, वहीं अन्य क्रिकेट बोर्ड्स भी अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए नए रास्ते अपना रहे हैं। आज के दौर में लीग टूर्नामेंट्स, टीवी और डिजिटल ब्रॉडकास्टिंग कॉन्ट्रैक्ट्स, और ब्रांड स्पॉन्सरशिप जैसे साधन क्रिकेट बोर्ड्स की कमाई के अहम स्रोत बन चुके हैं।
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